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Write a caption... चुटकी से लम्हों को थामना<br /><br />फूल पौधे मिट्टी पानी धूप- कुछ तो जादू इनमें होता है कि सब मिल कर दिल को बाग बाग (गार्डन गार्डन) कर देते हैं। मुझे शुरू से इन सब से बहुत लगाव रहा है। अपने स्टडी टेबल के पास छोटे-छोटे पॉट में कुछ हरा रंग ज़रूर बिखेरे रहती थी।<br /><br />  पहले पापा की नौकरी बाद में पति के संग ऐसा रहा कि बंगलों यानि कोलियरी के क्वार्टरों में ही रहने का मौक़ा मिला जहाँ बड़े अहातों में बड़े बगीचे होते थे। छुटपन में हमारे स्कूल में भी हमें चार चार के ग्रुप में थोड़ा सा ज़मीन मिला था, जिस पर हम अपने मनचाहे पौधों को लगाते थे। फिर एक प्रतियोगिता की भावना जागृत होती थी कि किसका सबसे अच्छा है, इसी क्रम में कभी अपने उस दोस्त के बगीचे को पैर से मसल कुचल नष्ट भी किया था जिससे कुट्टी चल रही थी। आज सौरी कहती हूँ उसे, अब तो याद भी नहीं कि किसका बाग उजाड़ा था🤔🤔<br />शादी के बाद जब ज़िंदगी कोलियरी में कटने लगी तो उन अंदरूनी इलाक़ों में ये फूल पत्ती मिट्टी पानी की संगत बहुत भाती। कुछ वर्षों के बाद जब ट्रांसफ़र होता तो मैं वहाँ अपनी हरित हस्ताक्षर छोड़ कर जाती थी। एक बार तो बोनसाई का शौक़ भी चर्राया, तो गहन अध्ययन कर उसे भी ख़ूब आज़माया। वो आसान होते थे ट्रांसफ़र होने पर साथ ले जाने के लिए। <br />…और फिर एक वक़्त आया जब बाग बगीचे की चिड़िया शहर के फ़्लैट में कैद हो गई। फ़्लैट यानि मकानों के बोनसाई। ख़ूब याद आते मुझे वो पीपल, आम, बरगद इत्यादि जिनका मैंने बोनसाई बनाया था कभी, उनकी ही आह लगी शायद। <br />पर वह शौक ही क्या जो वक़्त के समक्ष दम तोड़ दे, ज़मीन आसमान के बीच एक छोटी सी बालकनी तो है ही। हरा पीला लाल का जादू तो कम जगह में भी चल सकता है। एक और अनुभव मुझे इन वर्षों में हुआ है कि प्रकृति shock absorbers (आघात अवशोषक) होती है। फूल, पत्तियाँ, मिट्टी पानी की संगत किसी meditation (ध्यान) से कम नहीं। जब आप पत्तियों की छँटाई कर रहे होते हैं अनजाने आप मन से कई नकारात्मक बातों की भी pruning कर रहे होते हैं। यही बात मिट्टी की गुड़ाई के वक़्त भी महसूस होगा मानो आप बुरी यादों बातों को दबा, सकारात्मकता को बाहर निकाल रहे हैं । जब नए पत्ते 🍃 🍂 फूल 🌹 🪷 अंगड़ाई ले आँखें खोलते हैं तो एक नन्हें से शिशु की याद आ जाएगी जो होते ही हैं जीवन की शक्ति पुंज। <br />(इन बातों की झलक आपको मेरी चर्चित कहानी बोनसाई के जंगल में भी मिली होगी)#hindiwriting #hindicontentwriter #hindistories #contentcreator #hindishortstory #balconygarden #balcony

Write a caption... चुटकी से लम्हों को थामना

फूल पौधे मिट्टी पानी धूप- कुछ तो जादू इनमें होता है कि सब मिल कर दिल को बाग बाग (गार्डन गार्डन) कर देते हैं। मुझे शुरू से इन सब से बहुत लगाव रहा है। अपने स्टडी टेबल के पास छोटे-छोटे पॉट में कुछ हरा रंग ज़रूर बिखेरे रहती थी।

पहले पापा की नौकरी बाद में पति के संग ऐसा रहा कि बंगलों यानि कोलियरी के क्वार्टरों में ही रहने का मौक़ा मिला जहाँ बड़े अहातों में बड़े बगीचे होते थे। छुटपन में हमारे स्कूल में भी हमें चार चार के ग्रुप में थोड़ा सा ज़मीन मिला था, जिस पर हम अपने मनचाहे पौधों को लगाते थे। फिर एक प्रतियोगिता की भावना जागृत होती थी कि किसका सबसे अच्छा है, इसी क्रम में कभी अपने उस दोस्त के बगीचे को पैर से मसल कुचल नष्ट भी किया था जिससे कुट्टी चल रही थी। आज सौरी कहती हूँ उसे, अब तो याद भी नहीं कि किसका बाग उजाड़ा था🤔🤔
शादी के बाद जब ज़िंदगी कोलियरी में कटने लगी तो उन अंदरूनी इलाक़ों में ये फूल पत्ती मिट्टी पानी की संगत बहुत भाती। कुछ वर्षों के बाद जब ट्रांसफ़र होता तो मैं वहाँ अपनी हरित हस्ताक्षर छोड़ कर जाती थी। एक बार तो बोनसाई का शौक़ भी चर्राया, तो गहन अध्ययन कर उसे भी ख़ूब आज़माया। वो आसान होते थे ट्रांसफ़र होने पर साथ ले जाने के लिए।
…और फिर एक वक़्त आया जब बाग बगीचे की चिड़िया शहर के फ़्लैट में कैद हो गई। फ़्लैट यानि मकानों के बोनसाई। ख़ूब याद आते मुझे वो पीपल, आम, बरगद इत्यादि जिनका मैंने बोनसाई बनाया था कभी, उनकी ही आह लगी शायद।
पर वह शौक ही क्या जो वक़्त के समक्ष दम तोड़ दे, ज़मीन आसमान के बीच एक छोटी सी बालकनी तो है ही। हरा पीला लाल का जादू तो कम जगह में भी चल सकता है। एक और अनुभव मुझे इन वर्षों में हुआ है कि प्रकृति shock absorbers (आघात अवशोषक) होती है। फूल, पत्तियाँ, मिट्टी पानी की संगत किसी meditation (ध्यान) से कम नहीं। जब आप पत्तियों की छँटाई कर रहे होते हैं अनजाने आप मन से कई नकारात्मक बातों की भी pruning कर रहे होते हैं। यही बात मिट्टी की गुड़ाई के वक़्त भी महसूस होगा मानो आप बुरी यादों बातों को दबा, सकारात्मकता को बाहर निकाल रहे हैं । जब नए पत्ते 🍃 🍂 फूल 🌹 🪷 अंगड़ाई ले आँखें खोलते हैं तो एक नन्हें से शिशु की याद आ जाएगी जो होते ही हैं जीवन की शक्ति पुंज।
(इन बातों की झलक आपको मेरी चर्चित कहानी बोनसाई के जंगल में भी मिली होगी) #hindiwriting #hindicontentwriter #hindistories #contentcreator #hindishortstory #balconygarden #balcony

11/19/2023, 9:46:08 AM