जलियांवाला बाग में नरसंहार - वर्ष 1919 में आज ही बैसाखी के दिन एक शांतिपूर्ण बैठक में शामिल लोगों पर अंग्रेज जनरल डायर ने गोली चलाने का आदेश दिया था, जिसमें सैकड़ों भारतीय, निहत्थे पुरुष, महिलाएं और बच्चे शहीद हुए।
जिसके परिणाम स्वरूप उस समय बच्चे रहे शहीद भगत सिंह जी और चंद्रशेखर आजाद जी जैसे क्रांतिकारियों के मन पर इस घटना का गहरा असर हुआ, साथ ही महात्मा गांधी जी ने इस घटना के बाद बड़े स्तर पर और निरंतर अहिंसक विरोध अभियान (सत्याग्रह), असहयोग आंदोलन का आयोजन शुरू किया, जो 25 वर्ष बाद भारत से ब्रिटिश शासन को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ था।
इसका सबसे ज्यादा प्रभाव उधम सिंह जी के मनोभावों पर पड़ा था जिन्होंने वर्षों के संघर्ष और प्रतीक्षा के बाद लंदन जाकर जनरल डायर को हत्या की थी।
शहीद समरसता मिशन जालियांवाला बाग के सभी अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है, जिन्होंने स्वयं को स्वतंत्रता संग्राम की बलिवेदी पर स्वाहा कर दिया।
जय हिंद 🇮🇳
#Shaheedsamarasatamission
सर्वोच्च बलिदान को सर्वोच्च सम्मान 🫡
#india #indianfreedomfighter # #indianfreedomstruggle #bhagatsinghkabharat #indianarmy #jaliyawalabagh #udhamsingh #bhagatsingh #chandrashekharazad #netajisubhaschandrabose #mohannarayan